विज्ञान के साथ साथ , साहित्य के आस पास , सांसों के संग में , जीवन के मन में , और क् विज्ञान के साथ साथ , साहित्य के आस पास , सांसों के संग में , जीवन के मन...
न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा... न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा...
ये रात औऱ है,औऱ वो रात औऱ थी.... ! ये रात औऱ है,औऱ वो रात औऱ थी.... !
आज ये मंज़र ,ये वक़्त कुछ और है, आज कलम के लफ़्ज़ों में आवाज़ कुछ और है। आज ये मंज़र ,ये वक़्त कुछ और है, आज कलम के लफ़्ज़ों में आवाज़ कुछ और है।
विश्वास और हौंसलों से सफलता हासिल होती है। विश्वास और हौंसलों से सफलता हासिल होती है।
उफ! अब ये चाँद क्यों उदास है? शायद इसको मिलन की पिपास है उत्सुकता है उस की इसे इसलिए व्यग्र है और... उफ! अब ये चाँद क्यों उदास है? शायद इसको मिलन की पिपास है उत्सुकता है उस की इसे...